आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत अवसर (Opportunities under Atmanirbhar Bharat) 2024
आपका सपना अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का है या एक स्थिर कैरियर बनाने का? आत्मनिर्भर भारत मिशन आपके लिए अनगिनत संभावनाएँ खोलता है! नए उद्यम खुल रहे हैं, कौशल विकास पर जोर दिया जा रहा है और स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। तो देर किस बात की? इस आत्मनिर्भर क्रांति का हिस्सा बनें और अपने सपनों को उड़ान दें!
कौन हैं ‘चंपई सोरेन’? | Who is ‘Champai Soren’? जो होंगे झारखण्ड के नए मुख्यमंत्री
चंपई सोरेन (Champai Soren) झारखण्ड की राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए उत्सुक हैं।
परीक्षा पे चर्चा 2024 | Pariksha Pe Charcha 2024: मोबाइल फ़ोन का सही इस्तेमाल कैसे करें, बताए पीएम मोदी
स्क्रीन को छोड़ें, अपना दिमाग तेज़ करें! PM मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा’ परीक्षा में सफलता और उसके पार स्मार्ट फ़ोन की आदतों का रहस्य खोलती है।
इंस्टाग्राम फ्लिपसाइड फीचर 2024: अपने यूजर्स को देगा एक अलग पहचान
फर्जी अकाउंट के झंझट को भूल जाइए! इंस्टाग्राम फ्लिपसाइड आपको एक ही अकाउंट में एक अंतर्निर्मित, निजी जगह देता है, जहाँ आप बिना कई अकाउंटों को संभाले खुद हो सकते हैं।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस 2024: स्वर्णिम 75वां वर्ष का जश्न, लोकतंत्र का उत्सव
2024 का गणतंत्र दिवस न सिर्फ 75 साल के गौरवशाली इतिहास का जश्न है, बल्कि यह भारत के स्वर्णिम भविष्य की नींव भी रखेगा। आइए, देश के विकास में अपना योगदान दें और एक मजबूत, समृद्ध और न्यायपूर्ण भारत का निर्माण करें।
कर्पूरी ठाकुर (Karpuri Thakur): कौन थे कर्पूरी ठाकुर जिन्हें मिलेगा भारत रत्न?
कर्पूरी ठाकुर (Karpuri Thakur): कौन थे कर्पूरी ठाकुर जिन्हें मिलेगा भारत रत्न?
अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 | Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha 22 Jan 2024: एक आध्यात्मिक उत्सव
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार रहें। 12:15 बजे से 12:45 बजे के बीच स्थानीय समय के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा एक महत्वपूर्ण क्षण को सूचित करती है। दर्शन का समय जानें, आरती समारोहों में रमने का अवसर पाएं, और इस पवित्र घटना का हिस्सा बनें। इस आध्यात्मिक उत्सव में राष्ट्र सहभागी बनें।
तिलकमांझी Tilka Majhi (11 फ़रवरी 1750 – 13 जनवरी 1785) : उस महान योद्धा की 239वीं शहादत बरसी पर श्रद्धांजलि
तिलकमांझी एक बहादुर स्वतंत्रता सेनानी थे जो भारत में ब्रिटिश उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ हुल विद्रोह का नेतृत्व किया। उनका जन्म 11 फरवरी 1750 को हुआ था, और उन्होंने 13 जनवरी 1785 को स्वतंत्रता के लिए अपना प्राण दिया। हुल विद्रोह एक महत्वपूर्ण जनजाति उत्साह का अभिव्यक्ति था जिसे तिलकमांझी ने ब्रिटिश प्रशासन और उत्पीड़न के खिलाफ आगे बढ़ाया। तिलकमांझी को उनकी साहस, नेतृत्व, और जनजातियों के साथ उनके बलिदान के लिए याद किया जाता है जो भारत की स्वतंत्रता की संघर्ष में हुआ।